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मसीह की धार्मिकता के वस्त्र से ढके हुये हैं ककेप 359

जब परमेश्वर के लोग अपनी अपनी आत्माओं को दु:ख देंगे और मन की शुद्धि के लिये दोहाई देंगे उसी समय यह आज्ञा निकलेगो,इनके “ये कुचले वस्त्र उतारो, ‘’और ये उत्साहपूर्ण वचन कहे जायंगे,’‘ देख,मैं ने तेरा अधर्म दूर किया है और तुझे सुन्दर सुन्दर वस्त्र पहिना देता हूँ. ‘’मसीह की धार्मिकता का निर्दोष वस्त्र परमेश्वर के परिक्षित, आजमाये हुये तोभी विश्वस्त बच्चों को पहिनाया जायगा.तुच्छ समझे गए शेष मंडली के लोग तेजस्वी वस्त्र पहने होंगे जो दुनिया की भ्रष्टता से कभी अशुद्ध न किये जाएंगे.उनके नाम मेम्ने की जीवन की पुस्तक में से न मिटाये जायेंगे और सारे युगों के विश्वासियों में भरती किये जायंगे. उन्होंने धोखेबाज की छल बाजियों का विरोध किया है;वे अज़गर की गरजनों द्वारा प्रभु भक्ति से नहीं मुड़े हैं.अब वे प्रलोभन कर्ता युक्तियों से सर्वदा के लिये सुरक्षित हैं.उनके पाप,पापों के उत्पादक के मत्थे मढे जायंगे. ककेप 359.4

शेष लोगों को केवल क्षमा और स्वीकृति ही नहीं दी जायगी किन्तु वे सम्मानित भी होंगे.उनके सिर पर ‘’एक शुद्ध पगड़ी रखी जायगी.वे परमेश्वर के लिये राजा और याजक सदृश होंगे.जब शैतान अपने दोषों के लिये अनुरोध कर रहा और इस दल को नष्ट करने की चेष्टा कर रहा था तो उस समय पवित्र अदृश्य दूत इधर उधर जाकर उन पर जीवित परमेश्वर की छाप लगा रहे थे.ये वे हैं जिनके माथों पर पिता का नाम लिखा हुआ है और मेम्ने के साथ सैहून पर्वत पर खड़े हैं.वे सिंहासन के सामने नया गीत गाते हैं वह गीत जिसे कोई मनुष्य नहीं सीख सकता सिवाय एक लाख चवालीस हजार के जो पृथ्वी पीर से मोल लिए गए हैं.” ये वे ही हैं कि जहां कहीं मेम्ना जाता है वे उसके पीछे हो लेते हैं,ये तो परमेश्वर के निमित्त पहिले फल होने के लिए मनुष्यों में से मोल लिए गए हैं और उन के मुंह से कभी झूठ न निकला था,वे निर्दोष है (प्रकाशितवाक्य 14:4,5) ककेप 360.1