हमारे लोगों को अत्याधिक तुच्छ गिना जाता है, कि वे ध्यान देने के योग्य है ही नही, किन्तु एक परिवर्तन आयेगा। मसीही जगत अब एक ऐसा आंदोलन ला रहा है, जिसमें परमेश्वर की आज्ञा मानने वालों को प्रतिश्ठा दी जायेगी। लगातार परमेश्वर की सच्चाई के सिद्धांतों को मानव निर्मित शिक्षाओं के स्थान पर स्थापित किया जा रहा है। सारी योजना निश्चित कर ली गई है उनकी अंतरआत्मा को जागष्त करने के लिये जो प्रभु के वफादार होगें कानून बनाने वाली शक्तिायों, परमेश्वर के लोगों के विरूद्ध होगी। हर एक आत्मा परखी जायेगी। ( द टेस्टमनीज फार द चर्च 5:56) ChsHin 217.1
मनुश्य कुछ अपने नियमों को प्रतिश्ठा देने के लिये शक्तिा का इस्तेमाल करेगा जो परमेश्वर के नियम के बिल्कुल विरूद्ध है। यज्ञपि कि वह अपने स्वयं की आज्ञाओं की बड़ी ताकत से लागू करने का प्रयास करेगें। और प्रभु यह वचन “ये यहोवा का वचन है’ से दूर हो जायेगे प्रभु के द्वारा प्रतिश्ठित विश्राम दिन को, जो प्रभु के चरित्र का चिन्ह है, ठुकराकर मनश्यों के बनाये नियम को पालन करने को मजबर करेगें। यज्ञपि जो पाप से अनजान परमेश्वर के लोग उन लोगों के हाथ में दे दिये जायेगें कि तिरस्कार और ताडना सहे। उन लोगों के द्वारा जो शैतान की ओर से प्रेरित है। और ईर्ष्या और धर्माधता से भरे हुये है । ( द टेस्टमनीज फार द चर्च 9:229) ChsHin 217.2
धार्मिक शक्ति काम के अनुसार स्वर्ग का दमन करने वाले और कहते है, कि मेमने के समान गुण व चरित्र वाले स्वयं ही अपने कार्यो से यह दर्शायेगें, कि उनके पास उस अजगर का हृदय है और उन पर पूरा कब्जा व अधिकार शैतान का है, समय बहुत ही करीब है जब परमेश्वर के लोगो को प्रताडित होने का अभास होगा क्योकि वे पवित्र दिन सब्वत का पालन करते है। और इन्हें प्रभु में मजबूत खडे रहना है और प्रभु इन लोगों के लिये काम करेगा, बडी सहजता से ये बतायेगा कि वह प्रभुओं का प्रभु है । ( द टेस्टमनीज फार द चर्च 9:229 230) ChsHin 217.3
हरेक अनादर, निंदा और क्रूरता जो शैतान लोगों के हृदय को लुभाने के लिये इस्तेमाल करता हे, ये सब यीशु के शिष्यों से मिल चुके है। और ये और भी अधिक खले रूप में परा होगा क्योकि ये सांसारिक हदय अभी भी परमेश्वर के नियम का विरोधी है। और उसके मानने के लिये तैयार नहीं होगा । आज का जगत प्रभु यीशु के सिद्धातों को लेकर चलने वाला बिल्कुल नहीं रहा जो प्रेरितों क समय में हुआ करता था वही घृणा भरी चिल्लाहट आज भी गूंज रही है, उसे कूस दो।” वही घूणा से पूर्ण सताहट शिष्यों पर आई थी। आज भी वही घृणा परमेश्वर के वचन मानने वालों में काम कर रही है। वही आत्मा जिसनें मसीही लोगों को लिये याताना का युग ठहरा था। जिसमें स्त्री पुरूशों को जेल में डाला गया, जंगल में रहना पडा और यहाँ तक की मार डाला गया। जिन्होने यातना देने के सबसे घृणित तरीके खोज लिये, जिनका योजनाबद्ध तरीके से संत बार्थोलोमा का हत्या कांड को अंजाम दिया जिसके कारण स्मिथफिल्ड की आग भी भडक उठी। ये सब आज भी अपनी असीमित शक्ति से उन कठोर एव न बदलने वाले हृदयों में काम कर रहा है। सच्चाई का इतिहास हमेषा से सही और गलत सच और झूठ के बीच के संघर्श को बताता है। सुसमाचार का प्रचार हमेषा से आगे बढता आया है, जब से यह जगत विरोध तकलीफे हानि और पीडा का सामना कर रहा है । (द एक्ट ऑफ अपॉसल्स 84, 85 ) ChsHin 218.1
परमेश्वर के बचे हुये लोग कठिनाईयों और परीक्षाओं में पडेगें वे जो परमेश्वर की आज्ञाओं को मानते और प्रभुयीशु में विश्वास रखते हैवे अजगर और उसकी सेना के सामने पडेगें। शैतान जगत के लोगों को निषाना बना रहा है उसने सच्चाई को त्याग कर स्वधर्म का पालन करने वाली विधर्मी कलीसियोंओं को अपने काबू में कर लिया है, किन्तु एक छोटा सा झुण्ड है जो उसकी शक्ति को नहीं मानता । यदि शैतान इन लोगों को पृथ्वी पर से समाप्त कर देता है तो उसकी जीत सफल हो जायेगी। जैसे उसने मूर्तिपूजन देशों की इजराइल का विनाश करने के लिये उकसाया था वैसे ही निकट भविश्य में जगत की बुरी ताकतों को उत्साहित करेगा कि वह परमेश्वर के लोगों को नाश करें। इन सब बातों के लिये जरूरी होगा कि परमेश्वर के नियम को तिरस्कार कर लोग मनुश्य के बताये गलत राह पर चलने लगेगें। और जो प्रभु के प्रति सच्चे और विश्वास योग्य होगें वे धोखा खायेगे। अपने माता-पिता भाई-बहन सगे संबंधी और मित्रों से। (द टेस्टमनीज फार द चर्च 9:231) ChsHin 218.2
समय ज्यादा दूर नहीं जब हर एक आत्मा को परखा जायेगा। हमें झूठे सब्बत को पवित्र माननें के लिये कहा जायेगा। परमेश्वर की आज्ञा और मनुश्यों की आज्ञाओं को मानने वालों के बीच होड लगेगी। इस समय जिन्होने धीरे-धीरे सांसारिक बातों में अपने आप को समर्पित करते गये और इसी तरह से सांसारित रीति रिवाजों से लिप्त हो गये, वे उस ताकत को मान लेगे जिससे कि अपने आपकों तिरस्कार धमकियों जेल जाना, और मष्त्यु आदि से बचा सके । उस समय सोने को ताया जायेगा। उसे आग में डालकर उसकी शुद्धता परखी जायेगी। और तब बहुत से ऐसे चमकदार तारे जिनकी हम प्रशंसा करते है, क्योकि वे प्रकाशमान थे, कहीं अंधकार में छिप जायेगें ।वे जिन्हें लगता है कि उन्होने धार्मिकता क वस्त्र पहने है किन्तु प्रभु यीशु की धार्मिकता के वस्त्र के बिना है। तब वे अपने स्वयं के नंगेपन को देखेगें। (प्रोफेटस एण्ड किंग्स 188 ) ChsHin 219.1
हमारे सामने एक रास्ता है, जिसमें लगातार संघर्श करते रहने पर भी खतरा है कि जेल में डाल दिया जायेगा, सम्पति की हानि और शायद जान भी चली जाये, परमेश्वर का नियम मानने के लिये, परमेश्वर का नियम मानने के लिये, जिसे मनुश्यों ने मिटा दिया है । (द टेस्टमनीज फार द चर्च 5:712) ChsHin 219.2
वह समय करीब आ रहा है, उन लोगों पर जो उस समय सच्चाई के लिये खडे होगें तब वे जानेगें और अनुभव करेगें कि प्रभु यीशु की कूस की यातना में भागीदारी क्या होती है, वो महान विरोधी जानता है कि उसके काम करने का समय खत्म होने पर है। मनुश्यों पर से उसकी पकड कमजोर पड जायेगी, उसकी सारी ताकत उससे छीन ली जायेगी। और इसलिये अपनी सारी धूर्तता और अधार्मिकता में मनुश्यों को डालकर उन्हें नाशकर देने का काम कर रहा है । अंधविश्वास और पाप, सच्चाई और न्याय को कुचल रहे है । हर शक्ति जो सच्चाई के विरूद्ध खडी है । मजबूत होती जा रही है । (द सदर्न बाचमैन 31 अक्टूम्बर 1905) ChsHin 219.3
वह काम जो कलीसिया शान्ति और समृद्धि के समय करने में असफल रही उसे अब वही काम बडी मुसीबत, समय की कमी निराश करने वाले नकारात्मक परिस्थिति में करना है । वह चिनौतियां जो सांसारिक चीजों से दबा दी रोक ली थी, उन्हें विश्वास व सच्चाईके सबसे बड़े विरोध || के होते हुये वे चितौनियां देना अवश्य है । और उस समय वह दिखावा करने वाली पुरानी व न बदलने वाले वर्ग के लोग जिन्होने काम को आगे बढ़ाने में रूकावटे डाली, वे विश्वास से हट जायेगें । और सब के सब उस शत्रु का पक्ष लेगें । जिसके पति उनकी सहानुभूति काफी समय से रही थी । ये सभी अधर्मी मिलकर एक बडी विरोधी शक्तिा बनकर अपनी ताकत का दुरूपयोग लोगों को सताने और दबाने में करेगें । और उनमें कोध व रोश जगा देगें। ये दिन हमारे सामने ही है। कलीसिया के सदस्य व्यक्तिगत रूप से जांचे व परखे जायेगें। वे ऐसी परिस्थिती में होगें जहां उन्हे सत्य की गवाही देने को प्रोत्साहित करेगें। कई लोगों को कानून के सलाहकारों और अदालतों के सामने बोलने के लिये बुलाया जायेगा। शायद उन्हे अलग से, अकेले ही लोगों का सामना करना पडे । जो अनुभव इन्हे इस स्थिति से बचा सकता था, उसे पाने के लिये उन्होने इंकार किया और तब उनकी आत्मा बोझ से दब गई | क्योकि उन्होने अवसर बरबाद किये थे, और हाथ में आये मौकों का इंकार किया था। ( द टेस्टमनीज फार द चर्च 5:463) ChsHin 220.1
वर्तमान में प्रोटेस्टेस्ट संसार एक छोटे से झुण्ड को सब्बत का पालन करते हुये देखता है जिस तरह सारे अन्य जाति राज्य में मोर्दके ही अकेला परमेश्वर का भय मानने वाला था । उसका चरित्र और आचरण परमेश्वर के नियमों को पूरी तरह सम्मान देने व मानने वाला, एक व्यक्ति उन लोगों को डांटने व सिखाने के लिये काफी था। जिन्होने प्रभु का भय मानना छोड दिया था। और प्रभु के सब्बत का भी उल्लघन कर रहे थे। वह भटकने व अचानक से आने वाला बिन बुलाया मेहमान जरूर उनके रास्ते से हटा दिया गया होगा। ( द टेस्टमनीज फार द चर्च 5:450) ChsHin 220.2
शैतान का क्रोध उन लोगों के विरूद्ध भडकेगा जो एक छोटा सा अल्पसंख्यक समूह है जो बडी सावधानी से संसार के रीति और परम्पराओं को मानने से इकार करता है। ऊँचे पद वाले प्रतिश्ठित लोग उन अधर्मीयों के साथ मिल जायेगें। जो बुरे व घृणित है, ताकि वे परमेश्वर के लोगों से बदला ले सकें। धन बुद्धि और शिक्षा सब मिलकर उन्हे घृणा से भर देगें। प्रताडित करने वाले राजा, मंत्री और कलीसिया के लोग उनके विरूद्ध शडयंत्र रचेगें । बोलकर, लिखकर, बडी बडी बातों से धमकी देकर, मजाक बनाकर वे अपने विश्वास को ऊँचा उठाने का प्रयास करेगें । लोगों के सामने झूठे दृश्य प्रस्तुत कर एवं उन्हे भरकाने वाले काम करके उन्हे बहकाने का काम करेगें । बाइबल के अनुसार सब्बत के मानने वालों के विरूद्ध “वचन इस प्रकार का है कह कर उनकी इस कमी को दूर करने के बदले वे अन्य बातों में उलझा देगें । और उसे एक बोझ के रूप में पेष कर दबाब बनायेगें। प्रसिद्धी और संरक्षक का अधिकार पाने सभापति “रविवारिय-कानून” को मानने की मांग करेगें । इसी अंतिम महान संघर्श के युद्ध क्षेत्र में सच्चाई और झूठ का युद्ध लडा जायेगा । (द टेस्टमनीज फार द चर्च 5:450, 451) ChsHin 220.3