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नहेम्याह के जीवन से शिक्षा ChsHin 236

कई बर्ष बीत गये मैंने अपने प्रचार कार्य को प्रस्तुत करने की योजना के पश्चाताप और उसकी उन्नति के बारे में अपने मित्रों और पड़ोसियों से कहा था। और उसमें नहेम्याह के उदाहरण का जिक्र भी किया था। और अब मैं अपने भाईयों और बहनों से यह विनति करता हूँ कि इस प्रार्थना करने वाले, विश्वासी और खरा न्याय करने वाले व्यक्ति का अनुभव फिर से बाईबल में अध्ययन करें। उसने अपने मित्र राजा अर्तक्षेत्र से परमेश्वर के काम को आगे बढ़ाने के निये मद्द मांगने से डरा नहीं। ChsHin 236.2

(मनुस्कीप्ट 2, कॉम्सीकेटटेड, कॉम्सीकेटेड एफटर्स टू रीच अन बिलिवर्स, 5 जून 1914) ChsHin 236.3

स्वेच्छा से प्रार्थना करना अर्थात उनसे मांगना जो खुले कर दें, प्रार्थना करने वालरो को कार्य करने वाला भी होना चाहिये। जो काम करने के लिये स्वेच्छा से तैयार है, उनके लिये रास्ते खुले होगें तथा काम करने के साधन भी प्राप्त होगें। नेहम्याह कभी भी अनिश्चितता पर निर्भर नहीं था। जिन साधनों की उसे कभी-कभी थी इसमें उन्हें उन लोगों से प्राप्त किया जो उसे भरपूरी से दे सकते थे। (द सदर्न वॉचमेन 15 मार्च 1904) ChsHin 237.1