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व्यक्तिगत अनुभव की गवाही ChsHin 286

मसीह के पीछे चलने वाले के नाते हमारे कहे गये षब्द एक मदद के रूप में होने चाहियें, और एक-दूसरे के मसीही जीवन को प्रोत्साहन देने के लिये होना चाहिये। जितना हम कहते है, करते नहीं। बाईबल के किमती अध्यायों बारे में बताकर हम अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। (क्राइस्ट्स ऑब्जेक्ट लैसंस 338) ChsHin 286.2

कलीसिया अपने सदस्यों का ताजा और जीवित अनुभव चाहती है जो परमेष्वर से लगातार बाते करते रहते है। नीरस सूखी और बासी गवाहियाँ और प्रार्थनायें, जिनमें मसीह यीषु की छवि न हो, वे लोगों के किसी काम की नहीं। यदि हर कोई अपने आप को परमेष्वर का पुत्र या पुत्री कहती है और जीवन विष्वास और ज्योति से पूर्ण है, वो क्या ही अद्भूत गवाही उन्हें दे सकता है, जो सत्य जानना चाहते हैं। और कितनी आत्मायें इस तरह प्रभु यीषु के लिये जीती जा सकती हैं। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च 16:64) ChsHin 286.3

प्रभु यीषु के विष्वास योग्य होने की हमारी गवाही ही स्वर्ग से चुन गया वह माध्यम है जो मसीह यीषु का नाम जगत में फैला है। हमे उसकी महिमा का बखान करना है जो प्राचीन समय में पवित्र लोगो के द्वारा भी सभी को बताई गई वह और अधिक प्रभावकारी होगी। जब हम अपने स्वयं के अनुभवों के साथ गवाही दें। हम परमेष्वर के गवाह है, वह गवाही हमें हमारे जीवन व कार्यो के माध्यम से लोगो तक पहुँचना हैं। जो षक्ति हम में काम करती है वह स्वर्गीय है। हर एक व्यक्ति का जीवन एक-दूसरे से भिन्न होता है। और उनके अनुभव भी विभिन्न तरह के होते हैं। परमेष्वर चाहता है कि हमारे द्वारा उसकी प्रषंसा इस प्रकार की हो कि स्वर्ग तक पहुँच सके। जो हमारे स्वयं का जीवन एक चिन्ह के रूप में हो। ये बहुमूल्य गवाहियॉ, उसकी करूणा और महिमा करना, जब एक मसीह के समान जीवन- जीने के साथ दर्षाया जाता है, एक ऐसी अद्भुत षक्ति होता है, जो देखने वालों के लिये उनकी आत्माओं को बचाने के लिये काफी होता है। (द मिनिस्ट्री ऑफ हीलिंग 100) ChsHin 286.4