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आशीषें ChsHin 343

हर वह प्रयास जो प्रभु यीशु की इच्छा को पूरी करने के लिये बनाया गया, वह हमारे लिये आशिष का कारण होती है। (काइस्टस ऑब्जेक्ट लैसन्स-354) ChsHin 343.1

हर एक कर्तव्य जो निभाया गया, हर बलिदान प्रभु यीशु के नाम से दिया गया, बहुत बडे इनाम लाता है। अपनी आशिषे देता है। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च -4:145) ChsHin 343.2

हमें इस जगत में जीवन जीते समय प्रभु यीशु उद्धारकर्ता के लिये आत्माये बचाना है यदि हम दूसरो को चोट पहुंचाते, तो स्वयं आशिषित होते हैं क्योकि भलाई आशिष देते तो स्वयं आशिषित होते है। क्योकि भलाई के लिये किया गया। हर के काम वापस लौटकार हमारे लिये भलाई ही लाता है। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च —4:72) । ChsHin 343.3

हर एक रौशनी की किरण जो दूसरों पर डाली जायेगी। उसकी प्रति छाया वापस हमारे हदयों पर पडेगी। हर के दया का काम सहानुभुमि के दो शब्द किसी दुखी व्यक्ति से बोले गये । ह रवह काम जो किसी बोझ से दबे को रहत दिलाने के लिये और हार एक उपहार जो हामारे साथी जरुरतमंदो के लिये जीवन में खुशियाँ लाने वाला वह निस्वर्थ काम जो प्रभु की महिमा में किया गया वह उस देने वाले के लिये आशिर्षे लेकर आयेगा। जो मान रहे है, और परमेश्वर से इसका बदला जरुर पायेंगें। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च —4:56) ChsHin 343.4

जब प्रभु यीशु के आगमन पर सबसे महान अंतिम उपहार दिया जायेगा, सच्चे हदय से की गई प्रभु की सेवा आज भी उपहार प्रदान करती है। रुकावटे, विरोध, कड़वाहट, हदय को ठेस पहुंचाने वाले निरुत्साही व्यवहार का कार्यकर्ताओं को सामना करना होगा। वह शायद अपने परिश्रम के परिणाम को देख न सके। पर इन सबका सामना करते हये, वह अपने काम में आशिषमय सहानुभूति प्राप्त करते है। वे सब जो अपने आपको प्रभु के काम के लिये समर्पित करते है और मानवता के लिये निस्वार्थ सेवा करते है। वे विचार सारे परिश्रम को हल्का कर देता, हमारी आशा व इच्छा को जागृत करता, वह हमारी ताकत को बढाता चाहे जो कुछ भी हो फिर पीछे नही हटता। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च -6:305,306) ChsHin 343.5