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निर्देश ग्रहण करना ChsHin 80

ऐसे कितने उपयोगी और सम्मानित कार्यकर्ता हैं, जो प्रभु यीशु के कार्य के लिये प्रशिक्षित हैं, जबकि जीवन की अन्य छोटे कत्तव्यों को करने के लिये छोटा स्थान भी मिला, मूसा मिस्त्र का आगे होने वाला षासक था किन्तु परमेश्वर उसे राज सिंहासन से उठाकर अपना काम करने के लिये नहीं ला सकता था। केवल चालीस वर्श की आयु में ही उसे एक वफादार चरवाहा होने के नाते परमेश्वर के लोगों को छुड़ाने का काम सौंपा गया। गिदोन ने भी दहलीज पर काम करने वाला होने पर भी परमेश्वर की इच्छानुसार इजराइली सेना को छुड़ाने का बड़ा काम किया। एलिषॉ ने भी अपनी खेती-बाड़ी छोड़कर परमेश्वर के कहे अनुसार कार्य किया, आमोस जानवरों की रखवाली करने वाला, भूमि पर की मिट्टी को भुर—भुरा करने वाला था, जब परमेश्वर ने उसे सुसमाचार का ऐलान करने का काम दिया। सभी जो प्रभु यीशु के सहयोगी हो गये हैं तुम्हें बड़ा कठिन व असहिश्णुता भरी मजदूरी करने को कहता हैं। उनके निर्देशों के पाठ समझदारी से चुने गये होंगे और अपनी एक अलग प्रकार का चारित्रिक गण लिये हये और उस काम को, जिसे करने का उन्होंने ठान लिया है। (गॉस्पल वर्कर्स- 332, 333) ChsHin 80.1