एक बार वैलिंगटन के षासक एक मसीही समाज की सभा में उपस्थित थे, जहाँ वे अन्य जाति, के लोगों में सुसमाचार प्रचार के काम की सफलता की संभावना के बारे में बहस कर रहे थे। उन्होंने षासक से अपील की कि वे बतायें उनके अनुसार इस प्रकार के प्रयास अधिकतर किस हद तक सफल होते हैं? उस बूढ़े सैनिक ने कहा, “सज्जनों तुम्हारे आदेश क्या है? सफलता के बारे में बहस करना जरूरी नहीं है। यदि मैं तुम्हारें आदेशों को पढ़कर सुनाऊँ तो वे इस प्रकार हैं, “जाओ जगत के छोर तक सुसमाचार का प्रचार हर एक जाति, धर्म को करो, सज्जनों, जाओ आदेश का पालन करो।” (गॉस्पल वर्कर्स- 115) ChsHin 102.1