हमें हमारे पूर्वजों से अधिक सच्चाई की रौशनी प्राप्त हुई है। तो हम उन्हीं के समान आदर, सम्मान के योग्य नहीं है। न ही हमें उनके बराबर काम करके परमेश्वर के योग्य ठहर सकते है। यदि हम भी वही आदर-सम्मान व परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना चाहते है तो हम में भी उनके समान विश्वास योग्य, आज्ञाकारी और परमेश्वर के लिये जोश से काम करने का जज्बा होना चाहिए। हमारा जीवन उन्हीं के जैसा प्रभु को पूर्ण रूप से समर्पित और निर्भर होना चाहिये। उनके जैसे किये गये काम भी करने होंगे। हमें परमेश्वर की अगुवाई में उसकी रौशनी में चलना है जो सदा हमें मिलती है, वरना हमारे जीवन में अंधकार के सिवा कुछ न होगा। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च — 1:262) ChsHin 116.1