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मसीही सेवकाई

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    फल निष्चित मिलेगें

    कुछ आष्चर्य कर्म भी बनाने पड़ते है, सामान्य बदलाव के लिये। वे अद्भुत कार्य जो नहीं दिखायें जाते जिनमें अंतर बताना मुष्किल होता है। किन्तु इस पष्थ्वी के षक्तिषाली व्यक्ति की ताकत से बढ़कर परमेष्वर की ताकत है। जो अनके अद्भुत काम कर चुका है। यदि वे जो उसके साथ काम करने वाले है। उन्हें ही अवसर है कि वे अपना कर्तव्य ईमानदारी और बहादुरी से करें, क्योंकि फिर पमरेष्वर उन लोगों को बदलेगा जो विष्वास की एक जगह बना लेते है और वे बुद्धि में प्रवीण और प्रतिश्ठत होते है। पवित्र आत्मा की षक्ति से अनेक लोग स्वर्गीय सिद्धान्तों को स्वीकार करेगें सच्चाई की ओर मुड़ेगे और परमेष्वर के हाथ में साधन होगे जो ज्योति फैलायेंगे। उनके ऊपर एक विषेश भार होगा। उन नकारे गये लोगो की आत्माओं को बचाने का समय व पैसा दान दिया जायेगा। प्रभु के काम के लिये और नई षक्ति और पर्याप्तता कलीसिया से जुड़ जायेगी। (द एक्ट्स ऑफ आपॅसल्स, 140) ChsHin 275.5

    कई ऊँचे व सामाजिक प्रतिश्ठा रखने वाले लोगों के हष्दय दुःखी है और जीवन के सुविधाओं से तंग आ गये है। उन्हें षांति चाहिये जो उनके पास है नहीं इसी सबसे ऊँचे स्तर के लोग उद्धार पाने के भूखे और प्यासे है। बहुतों को सहायता मिल सकती है। यदि प्रभु के सेवक उन्हें व्यक्तिगत रूप से मिले, बड़ी नम्रता से प्रभु यीषु से प्राप्त प्रेमी हष्दय के द्वारा। (क्राइस्ट ऑब्जेक्ट लैसंस, 230) ChsHin 276.1

    बड़े-बड़े अनेक महान विद्वान और राजनितिज्ञ, दुनिया के प्रसिद्ध व प्रतिश्ठित लोग प्रभु की सच्चाई की ज्योति से फिर जायेंगे। क्योंकि अंतिम दिनों में ज्ञान की अधिकता परमेष्वर को नहीं मानती। फिर भी प्रभु के सेवक हर एक अवसर पर इन लोगों को सच्चाई बताने के लिये तैयार है। इनमे से कुछ तो परमेष्वर की बातों से अनभिज्ञता को स्वीकार करेगें। और नम्र होकर प्रभु के कदमों में बैठकर स्वर्गीय गुरू से सीखेगें। (द एक्ट्स ऑफ आपॅसल्स, 241, 242)ChsHin 276.2