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सनसनी पूर्ण धर्म के प्रति चितावनी ककेप 331

इस समय हमें परमेश्वर के काम में धार्मिक ख्याल के लोगों की आवश्यकता है ऐसे लोग जो नियम के दृढ़ हों और जिनको सत्य की स्पष्ट ज्ञान है. ककेप 331.5

मुझे आदेश हुआ है कि लोगों को नई तथा जोशीली तालीम की आवश्यकता नहीं है.उनको ऐसे मनुष्यों की साक्षी चाहिए जो सत्य को जानते और जीवन में प्रदर्शित करते हैं ऐसे लोग जो तिमोथिय को दी गई आज्ञा को समझने तथा पालन करते हैं कि “तू वचन को प्रचार करे;समय और असमय तैयार रह सब प्रकार की सहनशीलता और शिक्षा के साथ उलाहना दे,और डांट, और समझा, क्योंकि ऐसा समय आएगा, कि लोग खरा उपदेश न सह सकेंगे.पर कानों को खुजली के कारण अपनी अभिलाषाओं के अनुसार अपने लिए बहुतेरे उपदेशक बटोर लेंगे और अपने कान सत्य से फेरकर कथा-कहानियों पर लगाऐंगे,पर तू सब बातों में सावधान रह,दु:ख उठा सुसमाचार प्रचार का काम कर और अपनी सेवा को पूरा कर.” (2तीमुथियुस 4:2-4) ककेप 331.6

मजबूती से निश्चितता से चलिए,अपने पांवों में मिलाप के सुसमाचार की तैयारी के जूते पहिन लीजिए. आप को निश्चय हो कि शुद्ध और निर्मल धर्माचार एक सन सनीपूर्ण धर्म है.परमेश्वर ने किसी के ऊपर काल्पनिक शिक्षा तथा सिद्धांतों के प्रति क्षुधा को प्रोत्साहन देने का दायित्व नहीं रखा है.मेरे भाइयो इन बातों को अपनी शिक्षा से अलग रखिए.उनको अपने अनुभव में न आने दीजिए, अपना जीवन कार्य उनके द्वारा निष्फल न होने दीजिए. ककेप 332.1