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कार्य की पूर्ण तैयारी ChsHin 200

प्रभु के शिष्य लोगों के विचार और परमेश्वर की इच्छा को आपस में मिला नही रहे। यदि वे परमेश्वर के इच्छा को आपस में मिला नहीं रहे। यदि वे परमेश्वर के वचन से अनजान रहने के लिये तैयार है सभी को बाइबल का अध्ययन करने वाले होना चाहिये रवीस्ट ने अपने चेलों को कहा था वचन के खोजी हो क्योकि ये सोचों कि अनन्त जीवन इसी में है और ये वे है जो मेरी गवाही देते है। “पतरस हमें सिखाता है किन्तु प्रभु यीशु को अपने हष्दय में रखों , और हमेशा तैयार रहो हर एक व्यक्ति को बडी नम्रता ChsHin 200.4

और भय के साथ उत्तर देने के लिये जो तुझसे तुम्हारी उस धन्य आशा के विशय जो तुम में है ,पूछता है, . ( टेस्टमनीज फॉर द चर्च 2:633, 634) ChsHin 201.1

वे जो सच में प्रभु में विश्वास लाते है, अपने मनों में बदलाव करते है, उन्हे बाइबल के वचनों में अधिक और अधिक बुद्धिमान होना चाहियें ताकि वे उन लोगों को जो अंधकार और पाप में अपना जीवन जीते हुये नाश होने पर है, उनके पास वचन रूपी रौशनी और पाप से छुटकारे और उद्धार के बारे में बताये। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च 9:121) ChsHin 201.2

हमें लोगों को परमेश्वर की अंतिम चेतावनी देना है और जो बाइबल अध्ययन करना हमारी पहली इच्छा और वचन की रौशनी फैलाना हमारा जोश व उत्साह होना चाहिये। हर वह व्यक्ति जिसने स्वर्गीय ज्योति प्राप्त की है, उसे उस ज्योति को दूसरों तक पहुंचाना है। सारे कार्यकर्ता घर-घर जाये और बाइबल खोलकर वचन का प्रचार करें। पत्र पत्रिकाये, पुस्तकें बांटे उन्हे गवाही दे और बताये कि उस ज्योति से वे स्वंय आशिशित हुये है ( गास्पल वर्क्स 353 ) ChsHin 201.3

एक सुनियोजित काम तब सही तरीके से आगे बढ़ाया जा सकता है जब बाइबल का प्रचार करने वालों के लिये एक प्रशिक्षण केन्द्र हो। जब जन सभाओं का आयोजन किया जाये बे इन प्रशिक्षण केन्द्रों से सम्बद्ध हो या नगर के प्रचारक अनुभवी कार्यकर्ताओं पूर्ण समझा व बाइबल की गहराई की समझ रखते हो, जो लोगों को प्रतिदिन काम करने के निर्देश दे तथा वे स्वयं भी तन, मन धन से लोगों के समक्ष प्रभु का मर्म रख सके । ( टेक्टमनीज फॉर द चर्च 9:111) ChsHin 201.4