ऐसी कई जगह है, जहां वचन प्रचारको की आवाज सुनी नही जाती इन स्थानों पर धार्मिक पुस्तके भेजी जा सकतीहै । पुस्तकें पत्र पत्रिकाये आदि जो बायवल की सच्चाई से पूर्ण होते है, इनकी लोगों को जरूरत है। ये पुस्तकें सभी जगह बांटी जाना चाहिये सच्चाई का बीज हर जल से सोते के पास लगाया जाना चाहिये क्योकि कौन सा फलवान होगा? हम नहीं जानते । कई बार हमारे गलत निर्णयों की बजह से उन लोगों तक साहित्य नहीं पहुंचता जिन्हें हम अनुपयोगी समझते है और ऐसे ही लोग सच्चाई अधिक गंभीरता से ग्रहण करते है। हम नहीं जानते पत्रिकाये पानेवाले कितने लोग आज की सच्चाई को जानकर हमारे लिये अच्छे परिणाम लेकर आये। (द सदर्न बाचमैन 5 जनवरी 1904) ChsHin 213.3