उन सभी को जो इस विशेष प्रचार सहायता कार्य को अपने हाथ में लेने वाले हैं, और उस कागज को, जो इस फसल बटोरने का अभियान कार्य को करने के लिये तैयार किया गया है। उनसे मं यह कहूंगा, मेहनत व परिश्रम करो। पवित्र आत्मा की अगुवाई में चलो। अपने मसीही अनुभवों को इस काम में शामिल करते जाओं। वे जिनमें विशेष उत्साह व जोश है वे उच्च एवं निम्न स्तर के लोगों को जो अविश्वासी हैं अपनी योगयता से सिखाये। बड़ी तन्मयता व लगन से नाश होने वाली आत्माओं को खोजो। प्रभु यीशु की उस तीव्र इच्छा को जो उसे फिर से अपने झुण्ड के पास ले आती है, उसके बारे में सोचो वो लोग जो प्रभु से अलग हो गये है वह चाहता है कि लौट आये। आत्मा को बचाओं क्योंकि उन्हें अपना लेखा देना हैं। आपके कलीसिया या आस पड़ोस में जहां प्रचार कार्य हो रहा है, वहाँ जाकर तुम भी अपनी साफ व स्वच्छ रोशनी लोगों के बीच चमका सकते हो, ताकि न्याय के समय कोई भी व्यक्ति खड़े होकर तुमसे ये न कहें कि “तुमने मुझे इस सच्चाई के बारे में क्यूं नहीं? बताया’ “तुमने मेरी आत्मा के बचाये जाने के लिये चिंता क्यों नहीं की” तो आइये हम अपनी धार्मिक पुस्तकों को बड़ी तत्परता से लोगों में बांटे, जो ऐसे ही अविश्वासी लोगों को विश्वास करने के लिये तैयार की गई है। हम एक अविश्वासी को ये पुस्तके सौंप दें। ताकि प्रत्येक सच्चाई को जान सके | आइये हम अपने आप को इस उद्घोषणा करने के लिये तैयार करें, “प्रभु के लिये मार्ग तैयार करो, पर्वतों व टीलो को समतल करो, प्रभु के लिये मार्ग चौड़ा करो।” (मनुस्कीप्ट 2, कॉम्सीकेटटेड, कॉम्सीकेटेड एफटर्स टू रीच अनबिलिवर्स, 5 जून 1914) ChsHin 233.2