इस काम को करने के लिये त्पतर मसीही जोष व उत्साह की जरूरत है। ऐसे जोष जो कुछ काम करके दिखाया जाये। कोई भी आत्मा, जिसने प्रभु को ग्रहण कर लिया है, वह उसे माने बगैर रह नहीं सकती। चाहे तब नियाग्रा के जल प्रपात से पानी का गिरना भ्ज्ञले ही बंद हो सकता है। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च 2:233) ChsHin 306.5
हर व्यकित जो प्रभु यीशु को अपना अद्धारकर्ता ग्रहण करता है, वह चाहता है कि परमेष्वर का सेवक बने। इस बात का विचार कर कि प्रभु ने उसके लिये क्या किया है, उसका हदय उसके असीम प्रेम से भर जाता और उसकी महिमा करने को अतुर हो उठता है वह अपनी कप्ताता को दर्शान के लिये अपनी सारी योग्यताये प्री की सेवा में लगाना चाहता हैं वह मसीह के प्रेम और उसके खून से खरीदे गये, होने का सबूत देना चाहता है। वह उसके लिये परिश्रम,कठिन काम और समर्पण करना स्वीकार करता है। (द मिनिस्ट्री ऑफ हीलिंग-502) ChsHin 306.6
मारथाओं के लिये बहुत सारा काम है जहाँ वे उत्साह से अपना ६ पार्मिक कार्य काक अंजाम दे सकते है। किन्तु पहले उन्हे खुशी से प्रभु यीशु के कदमों में आना होगा। कार्य करने का उत्साह,उचित व सही तरीका और काम करने की सामर्थ, प्रभु यीशु के अनुग्रह से भर दी जाये तब उनका जीवन तक भले कामो मे जीत हासिल किये बिना नही रहेगा। (द डिजायर आफ एजेज-525) ChsHin 307.1
प्रभु यीशु के नाम से लगातार काम करने का उत्साह और जोश, जो प्रभु ने अपने सेवकों में भर दिया है। उसे हमें प्रभु के काम को आगे बढ़ाने में लगाना है। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च-9:25) ChsHin 307.2
हमें अपने धर्म प्रचार के इस काफी पुराने चले आ रहे तरीके को बदलने की जरुरत है हम इस जगत में काम तो कर रहे हैं किन्तु उस काम को करने में जोश ओर पर्यापत क्रियाशीलता नही दिखई जा रही है। यदि हम अधिक मेहनती होते तो मनुष्य हमारे सुसमाचार से सहमत हो सच्चाई में विश्वास कर लेते। हमारा सदयिोंपुराना तरीका जो बिना किसी बदलाव के चला आ रहा है। वह परमेंश्वर के लिये अनेक उच्च वर्ग के लोगों को जो उन्हें गहरा उत्साहपूर्ण पवित्रता का जोश देखना चाहते है, किन्तु उत्साह की कमी के कारण पीछे हट जाते है। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च-6:417) ChsHin 307.3
प्रभु यीशु के सहर्मी होने के लिये मुम्हारे पस पूरा धैर्य होना चाहिये जिनके कलये तुम परिश्रम करते हो। काम सहजता को घष्णास्पद नही बनने देना पर उसके अच्छे परिणाम पाना। जब वे जिनके लिये तुम परिश्रम करते हो तुम्हारी बातों को नहीं समझते तो तुम अपने मन में कहते हो उन्हे जाने दो वे उद्धार पाने के योग्य नही। क्या होता यदि प्रभु यीशु भी उन गरीब त्यागे हुये लोगो के साथ यूही व्यवाहार करते वह उन दुदर्शा में पडे हुये। को बचाने के लिये मार। और यदि तुम उसी आत्मा में होकर और उसकी के द्वारा बताये गये तरीके और उसके उदाहरण का पीछा करते हुये, अपने काम परिणाम प्रभु के उपर दोड़ते हो तो तुम भलाई के इतने काम पूरे कर सकोगें। जितने तुमने कभी अपने इस जीवन में सोचे नही होंगे। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च-4:132) ChsHin 307.4
बिना पक्षपात, प्रेम से धीरज से उन सग के साथ काम करो जिन्हें तुम प्रभु यीशु के नजदीक लाये हो। धीरज मत खोओं कोई भी बुरा शब्द मत बोलों। प्रभु यीशु का प्रेम तुम्हारे हदय में पाया जाये। और तुम्हारे होठो पर परमेश्वर की दयालुता का नियम हो। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च-9:41) ChsHin 308.1