Go to full page →

स्वर्गीय वातावरण ChsHin 346

वर्तमान में कलीसिया एक युद्ध में लगी है। अभी हम संसार के अं कार से जुझ रहे है। जो लगभग पूरी तरह से मूर्मिपूजक हो गया हैं किन्तु वह दिन नजदीक ही है जब युद्ध लडा जायेगा और जीत हमारी ही होगी। परमेश्वर की इच्छा इस पष्थ्वी पर पूरी हेगी जैसे स्वर्ग में पूरी होती है। उद्धार प्राप्त किये हूये राष्ट्र परमेश्वर के कानून के अलाव किसी अनय कानून को जानेगे ही नही सभी प्रसन्न होगें एकता के सूत्र में बंधा परिवार प्रशंसा और धन्यवाद रुपी वस्त्रों को पहने हुये प्रभु यीशु की धर्मिक के वस्त्र। सम्पूर्ण प्रकषत अपनी बढती सुन्दरता मे परमेश्वर की प्रशंसा और तारिफ रुपी भेंट चढायेगी। पूरा जगत परमेश्वर की रौशनी से नहा लेगा। चन्द्रमा की रौशनी, सूर्य की रोश्नी की तरह हो जायेगी और सूर्य की ज्योति सात गुणा ज्यादा बढ़ जायेगी। वर्ष दर खुशी से बीततें जायेगें और आकाश में एक दश्य दिखाई देगा, सुबह के तारे मिलकर गीत गायेगें परमेश्वर के संतान खुशी से चिल्लायेंगी जबकि परमेश्वर पिता और प्रभु यीशु मिलकर कहेंगे। “अब कोई पाप न होगा, नही अब मप्यु ही रहेगी।” (द मिनिस्ट्री ऑफ हीलिग -504) ChsHin 346.1