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अध्याय — 2
नवजवानों की बुलाहट ChsHin 39

परमेश्वर की ओर से नियुक्ति ChsHin 39

प्रभु ने नौजवानों को उसके सहयोगी होने के लिये चुन लिया है। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च- 7:64) ChsHin 39.1

नौजवानों की ऐसी सेना जो सही तरीके से प्रशिक्षित ताकत से भरपूर है, के साथ क्रूस पर अपनी जान देने वाले प्रभु यीशु का सुसमाचार उसके पुर्नउत्थान और उद्धारकर्ता का दूसरा आगमन का प्रचार पूरे जगत में कितना जल्दी पहुँचाया जा सकता है। (एजूकेशन- 271) ChsHin 39.2

हमारे पास युवक-युवतियों की एक ऐसी सेना है, जो यदि सही तरीके से उत्साहित व निर्देषित की जाये तो वाकई में बहुत कुछ कर के दिखा सकती है। हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे सच्चाई पर विश्वास करें। वे प्रभु के द्वारा आशिशित हों। हम चाहते हैं कि वे एक जरिया बनें उस अच्छी व सुनियोजित योजना को अन्य युवकों तक पहुँचाने में। काष कि वे इतने अच्छी तरह प्रशिक्षित हों कि स्वयं सच्चाई को अपने जीवन से प्रकट कर सके। उस आषा की जो उनके जीने का कारण है, दूसरों को भी दें, प्रभु का आदर करें जहाँ भी जिस क्षेत्र में हों अपने विश्वास को लोगों में बाँटे । (जनरल कॉन्फ्रेंस डेली बुलेटिन- 29 जनवरी, 1893) ChsHin 39.3