पौलुस ने देखा कि तिमोथी विश्वास योग्य दष्ढ़ एवं सच्चा था इसलिये उसने उसे अपने साथ काम करने और यात्रा करने के लिये चूना। वे लोग जिन्होंने तिमोथी को बचपन में सिखाया, पढ़ाया था, वे यह देखकर की तिमोथी एक महान प्रेरित का बहुत ही प्रिय साथी बन गया है, बहुत पुरूस्कप्त किये गये। तिमोथी जब बालक ही था, परमेश्वर ने उसे एक शिक्षक होने के लिये चुन लिया था, किन्तु उसकी प्रारंभिक शिक्षा होने तक उसके सैद्धान्तिक बातों में सुदष्ढ़ होने के कारण वह इस योग्य था कि वह पौलुस के साथ काम करें। यद्यपि वह छोटा था फिर भी उसने अपनी जिम्मेदारियाँ मसीही नम्रता के साथ निभाई। (द एक्ट ऑफ अपॉसल्स- 203, 204) ChsHin 41.4