हमारे स्कूलों के शिक्षक एवं छात्रों को स्वर्गीय स्पर्ष की जरूरत हैं, परमेश्वर ने अब तक उनके लिये जो किया है अब और बहुत कुछ कर सकता है। क्योंकि पिछले समय में उसके काम को करने में रूकावटें थी। यदि प्रचार करने की भावना को प्रोत्साहन दिया जाये, यद्यपि इसमें ज्यादा समय लगता है, प्रतिदिन की पढ़ाई के अलावा इन्हें कहीं अधिक परमेश्वर की आशिशें मिलेगी बषर्ते उनमें अधिक भरोसा, आध्यात्मिक जोश, परमेश्वर उनके लिये क्या करेगा इसकी पूरी समझ हो। (काऊन्सिल टू द पेरेन्ट्स टिचस एण्ड स्टूडेन्ट- 546) ChsHin 87.1