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दूरदर्शिता और पूर्व विचार ChsHin 184

जब नहेम्याह को प्रभु की सहायता की जरूरत थी तब उसने स्वयं प्रार्थना नहीं की। ये सोचकर की उसे किसी बात की चिंता या जिम्मेदारी नहीं है कि वह यरूषलेन को बचाने के उद्देष्य को पूरा करें। बड़ी दरदर्षिता और पूर्व विचार के साथ वह आगे बढ़ा कि इस सारी योजना की सफलता के लिये पूरी व्यवस्था की और हर काम को बड़ी सावधानी से पूरा किया जायें, इसका पूरा-पूरा ध्यान रखा गया था। (द सदर्न वॉचमेन — 15 मार्च 1904) ChsHin 184.1

नहेम्याह जैसे इस पवित्र व्यक्ति का उदाहरण परमेश्वर के सभी लोगों के लिये एक पाठ होना चाहिये कि उन्हें केवल प्रार्थना में ही विश्वास नहीं रखना है, बल्कि पूरी तन्मयता से काम में जुट जाना चाहिये हम कितनी कठिनाईयों का सामना करते और कई बार अपने आपको काम करने से रोक लेते हैं, क्योंकि हमें लगता है कि दूरदर्शिता और पूर्व सोच-विचार और तकलीफें सहना आदि धार्मिक कार्यों को करने से संबंध नहीं रखते। ये सबसे बड़ी गलती है। ये हमारा कर्त्तव्य है कि हर तरह का परिश्रम और ताकत का इस्तमाल करना चाहिये ताकि हम प्रभु के योग्य कार्यकर्ता ठहरें। सावधानी पूर्वक सारी बातों का ध्यान रखना तथा पूरी तरह पक्की योजनाबद्ध तरीके से काम करना जितना जरूरी नहेम्याह के समय में था, आज भी इस बड़े काम को करने के लिये और सफलता पाने के लिये जरूरी है। (द सदर्न वॉचमेन - 15 मार्च 1904) ChsHin 184.2