दो बड़ी गलतियों के साथ एक तो आत्मा की अमरता और दूसरी रविवारिय पवित्रता के साथ शैतान लोगों को धोखे में डालेगा। जबकि पहली गलती आध्यात्मिकता की नीव बनती है तो दूसरी रोम के प्रति सहानुभूति के साथ जोडती है संयुक्त राश्ट्र अमेरिका के प्रोटेस्टेंट सबसे पहले इस धार्मिकता को पाने के लिये अपना हाथ खाडी के पूरे इलाके से रोमन शक्ति का साथ देने के लिये बढायेगें। और इस प्रकार धार्मिक आध यामिक और राजनैतिक तीनों शक्तियों के प्रभाव से देश के लोग अपनी आत्मा की सही बातों को ढुकरा कर रोम के पद चिन्हो पर चलेगें। (द ग्रेट कान्ट्रोवर्स, 588) ChsHin 222.1