आज भी कितने है जो वर्तमान में होने वाले रविवार को प्रभावशाली तौर से मानने में अपने आपको शामिल करते है, जो अभी भी अंजान हे इससे अपनी आंखे बंद किये हुये है, कि उसका परिणाम क्या होगा कि वे अपनी ही आर्थिक स्वतंत्रता को दांव पर लगा रहे और कई है जिन्होने बाइबल के सब्बत के सिंद्धातों को जाना ही नहीं और रविवारीय आराधना जो झूठ पर आधारित है को समझा है। (द टेस्टमनीज फार द चर्च 5:464, 465) ChsHin 223.4