रविवारीय आराधना का नियम को इंकार करना उन लोगों को और शक्तिशाली बनायेगा जो इस धार्मिक उग्रता को जो और अधिक ताकत से लागू करने को तैयार है उन्हें अवसर मत दो कि वे तुम्हें नियम तोड ने वाले कहें यदि उन्हें मनुश्यों पर शिंकजा कसने का अधिकार मिला भी है तो कौन उनसे डरता है न तो परमेश्वर ने ही मनुश्य उनका ये अधिकार जल्दी ही वे खो देगें और देखेगें कि यह न ही उचित और न ही सहूलियत देने वाला काम है, चाहे वे उसे मानने के लिये कितनी ही कठोरता क्यों न दिखायें। अपनी बाइबल हाथ में लिये हुये अपने सही राह पर चलते रहो, अपना मिशन परा करों और हमारा शत्र खद ही उसके विनाश का कारण बनेगा | वह व्यक्ति शैतान के उस चिन्ह को अपने माथे पर नहीं लेगा जो ये दिखता कि उसका काम शांति बनाये रखना और बुद्धिमानी से काम लेना है कोई ऐसा कदम नहीं उठाना जो परिस्थिति को विगाड दे। बल्कि उस सर्वोच्चय महत्व के काम को करने में लगा रहे जो उसे करते जाना है। (द टेस्टमनीज फार द चर्च 9:232) ChsHin 226.4
जब हम रविवारीय आराधना को अपने प्रचार कार्य में नहीं लेगें उसे न मानेगें तो वह जो उसे मनवाने की ठान चुका है हमारी ताडना के लिये अपने हाथ में कोडा उठायेगा और सातवे दिन सब्बत को मानने वालों को नीचा दिखाने से प्रसन्न होगा। किन्तु जब वह देखेगें कि हम रविवार को अपने लोगों से मिलते उनके साथ बाइबल पढते व वचन सुनाते है तो वे स्वयं यह जानकर लज्जित होगे कि उनका यह प्रयास व्यर्थ ही गया । रविवारीय आराधना का नियम बनाकर वे हमें हमारे काम से रोक नहीं सके। (द टेस्टमनीज फार द चर्च 9:232, 233) ChsHin 227.1
रविवार का दिन अनेक प्रकार से अन्य कार्य को आगे बढाने के काम में लाया जा सकता है, उस दिन प्रभु का काफी काम पूरा हो सकता है इन दिन प्रसारण सभाये एवं घरेल सभाये की जा सकती है। घर -घर जाकर प्रचार कर सकते है। जो लेखक है, इस दिन अपना लेखन कार्य में लगा सकते है। जहां तक संभव हो इस दिन धार्मिक कार्य सम्पन्न कराये जाये इन सभाओं का काफी रोचक बनाये जाग्रत करने वाले भजन गाओं पूरे अधिकार और प्रभु यीशु के प्रेम की निश्चितता के साथ बोलो। संयम और सच्चे धार्मिक अनुभव के बारे बताओं। (द टेस्टमनीज फार द चर्च 9:233) ChsHin 227.2
हमारे स्कूल के शिक्षकों को रविवार का दिन लोगों की मदद के प्रयास में व्यतीत करना चाहिये मुझे निर्देश दिया गया कि ऐसा करने से वे हमारे शत्रु के उददेश्यों को असफल करने में कामयाव होगें। शिक्षक अपने छात्रों को अपने साथ लेकर सभाये करें और सच्चाई बताये इस तरह के काफी कुछ काम कर सकेगें जो अन्य दिनो में नही कर सकें । (द टेस्टमनीज फार द चर्च 9:233) ChsHin 227.3