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सच्चाई की जीत ChsHin 228

शैतान का बुनाजाल शायद परमेश्वर की आज्ञा का मजाक बनाने ताना मारने नकारात्मक व्यवहार कर संसारिकता का आत्मा कई लोगों को परमेश्वर का दोशी बनाये और कुछ को अपने कब्जे में भी कर ले फिर परमेश्वर का काम दृढता से आगे बढता जायेगा। जो केवल महान प्रयास कठिन परिश्रम और लगातार बलिदान दिये जाने के कारण है। फिर अंत मे केवल सच्चाई की ही महिमामयी जीत होगी। (प्रोफेटस एंड किग्स 186 ) ChsHin 228.1

पष्थ्वी पर होने वाले अंतिम काम मे परमेश्वर का एक कार्य उसके नियम को उसके स्तर पर फिर से पहुंचाना होगा । झूठा धर्म चाहे बढे ६ पूर्तता चाहे चारों तरफ फैल जाये कई लोगों का प्रेम ठंडा पर जाये | कलवरी कूस की घटना लोगों के जहन से भुला दी जाये चाहे अंधकार मौत की छाया पथ्वी के छोर तक छा जाये, चाहे सच्चाई के विरोध में दुनिया की सारी ताकते एक होकर जुट जाये एक के बाद दूसरा शडयंत्र रचा जाये कि ये होना परमेश्वर के लोग खत्म हो जाये फिर भी उस सबसे बड़ी चुनौती के समय एलियाह का परमेश्वर मानव सहयोगिओं का उठा खडा करेगा कि वे संदेश लेकर निकल जाये और चुप न रहे | ChsHin 228.2

उस संदेश को सुनाये। उन शहरों में जहा दुनिया के धनी आवादी है, और वह स्थान जहां लोग महामहिम परमेश्वर के विरोध में बातें करते हुये काफी दूर तक चले गये है उन स्थानों में एक उलाहना देने बोली आवाज सुनाई देगी। बडी सामर्थ के साथ वे परमेश्वर के नियुक्त लोग कलीसिया की एकता और संसार को झूठा ठहरायेगें जरूर वे उन स्त्री पुरूशों को जो मानव निर्मित सिद्धांतों का पालन करते है उन्हें परमेश्वर के सच्चे सब्बत को पालने करने के लिये ले आये गें ! (प्रार्फे ट्सएण्ड किंग्स 186-187) ChsHin 228.3