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साहस ChsHin 313

बहुत सा काम करना बाकी है। ज्यादा बड़ी योजनाये बनाई जाना है। राष्ट्रों को जागाने के लिये एक ललकार जरुरी है वे मनुष्य जिनका विश्वास कमजोर और लड़खड़ाने वाला है, वा तो इस काम को आगे बढ़ाने का काम अत्यधिक जरुरत कि समय नही कर सकते। हमें बहादुर नहयकों का साहस और प्रभु के काम के लिये अपनी जान देने वालो जेसा भरोसा की जरुरत है। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च-5:187) ChsHin 313.1

जब भरोसा, रखकर हम प्रभु की सामर्थ को लेकर चलते हैं तो वह हमें बदलता है, आश्चर्य जनक तरीके से इस सबसे लाचार, निराश व निरुत्साही व्यक्तित्व को बदल देता है। वह ये अपने नाम की तहिता के लिये करेगा। परमेश्वर अपने वफादार सेवको को बुलाता है जो उसमें विश्वास करते है ताकि वे उन निराश व अविश्वासी लोगों को साहस व हिम्मत दें प्रभु यीशु हमारी सहायता करे। ताकि हम दूसरो के लिये मददगार साबित हो, और अपने आप को जीवित भरोसा साबित कर सकें। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च-8:12) ChsHin 313.2

आशा और हिम्मत बहुत जरुरी है, जब हम प्रभु की सेवा भली भांति करना चाहतें है। ये दोनों भरोसा का फल है। निराशा व उदासी पाप पूर्ण है और अमान्य व अनुचित है। (प्रोफेटस एण्ड किंग्स-164) ChsHin 313.3

उनके पास साहस,उर्जा, और कठिन प्रयास करने की ताकत होना चाहिये। यधपि कई असंभवनाये रास्ते की रुकावट बन, किन्तु प्रभु का अनुग्रह उन्हें आगे बढ़ायेगा। कठिनाईयों को दूर करने के बदले, उनहोने अपने आप को उनसे घेर लिय है। उनके पास निराशा होने के लिये कुछ नही और आशावादी होन के लिये सब कुछ हैं। प्रभु के आनोखे प्रेम की एक सुनहरी जंजीर से परमेश्वर ने उन्हे स्वर्गीय सिंहासन से बांध दिया है। ये प्रभु का उददेश्य है कि पूरे जगत का सर्वोच्च प्रभाव जो वास्तव में प्रभु यीशु जो सारी शक्तियों का स्त्रोत है, उनका हो जायेगा। उन्हे सामर्थ की जरुरत हैं। ताकि शैतान का सामना कर सकें। वह शक्ति, जो न तो पृथ्वी में मृत्यु और न ही नरक के अधिकार में वह सामर्थ केवल उन्हें सब चीजों पर जीत दिलायेगी, जैसे प्रभु यीशु ने मृत्यु पर अधिकार पाया है। (गॉस्पल वर्क्स-39) ChsHin 313.4