परमेश्वर प्रारम्भ से ही उसकी पवित्र आत्मा के द्वारा मानवीय सहायकों के हाथों अपने सारे उद्देश्यों को पाप में गिरी मानव जाति के लिये उपयोग में लाकर काम पूरा करता है। यह धर्म प्रचारकों के जीवन में देखने को मिलता था। जंगल में परमेश्वर के लोगों को, मूसा के समय परमेश्वर ने अपनी शुद्ध आत्मा उन्हें निर्देशित करने को भेजी। और प्रेरितों के दिनों में उसने पूरी सामर्थ से उसकी कलीसिया के लिये पवित्र आत्मा के सहायक के द्वारा बनाया। वही सामर्थ जो प्राचीन लोगों में पाया गया जिसने काजेब और यहोशू को भरोसा व साहस दिलाया। और जिसने प्रेरितों के कामों को प्रभावशाली बनाया, उसी परमेश्वर के बच्चों को भी हर एक युग में भरोसे मंद बनाया। ये केवल पवित्र आत्मा की शक्ति के द्वारा ही संभव हो पाया कि अंधकार से भरे कष्ट दायक युग में वाल्डेनशियन मसीहियों मे बदलाव लाने के लिये रास्ता तैयार करने में मदद् की। ये वही सामर्थ थी जिसने संभ्रात स्त्री व पुरूषों को जिन्होंने आधुनिक सेवा कार्य को स्थापित करने का रास्ता दिखाया और बाईबल को विभिन्न देशों और लोगों की भाषाओं और प्रांतीय भाषाओं में अनुवाद करने में किये गये परिश्रम को सफल बनाया। (द एक्ट्स आफॅ अपॉसल्स 53) ChsHin 325.3