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लालच ChsHin 54

अभी भी बहुत से लोग जीवन में बदलाव लाना नहीं चाहते। वे प्रभु की राह पर चलने से इंकार करते हैं और जब परमेश्वर का काम आगे बढ़ाने के लिये स्वेच्छा से कार्य करने वालों को बुलाया जाता है तो कुछ लोग अपनी सांसारिक धरोहर को छोड़ना नहीं चाहते, स्वार्थी हो जाते हैं। ऐसे लालची परमेश्वर के विश्वासी लोगों की भीड़ से अलग हो गये है। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च- 9:126) ChsHin 54.1