अध्याय — 20
धनी व प्रभावषाली लोगों तक पहुंच
नकार नहीं जाने चाहिये
धनी लोगों को भी प्रचार करने की आवष्यकता है। उन्हें भी जागत करने की जरूरत है कि वे अपनी जिम्मेदारी समझों जो उन्हें उपहार स्वरूप स्वर्ग से प्राप्त हुई है। उन्हें याद दिलाने की जरूरत है कि उन्हें भी परमेष्वर को हिसाब देना होगा जो जिवतो और मष्तकों का न्याय करने वाला है। ये धनवान भी तुम्हारी मेहनत व परिश्रम से प्रभु के प्रेम को जाने और उसके खतरे को महसूस नहीं करता। उसकी मन की आंखो को उन वस्तुओं की ओर लगाना है जो धन से अधिक मूल्यवान है। (क्राइस्ट ऑब्जेक्ट लैसंस, 230)ChsHin 273.1
वे जो इस जगत में ऊँचे स्थान पर षिक्षा, धन या प्रतिश्ठा में होते हैं वे कभी-कभी व्यक्तिगत रूप से उनकी आत्मा के बचाये जाने संबंधी प्रष्न का सामना करते हैं, अधिकतर मसीही कार्यकर्ता इस वर्ग तक पहुंचने में सकोच करते है, पर ऐसा होना नहीं चाहियें। यदि कोई व्यक्ति डूब रहा है तो हम खड़े होकर उसे डूबते हुये नहीं देखेगें क्योंकि वह क वकील, व्यापारी या जज है। यदि कोई ऊँची व सीधी ढलान पर दौडज्ञ चला जा रहा है।, हम उसे वापस आने के लिये अवष्य कहेगें। भले ही उसकी कोई भी पद या प्रतिश्ठा हो। ठीक उसी प्रकार हमें किसी भी मनुष्य की आत्मा को बचाने के लिये चेतावनी देने से नहीं चुकना चाहिये। किसी के सांसारिक चीजों में अधिक भक्ति होने के बाद भी उसे सच्चाई बताने से इंकार नहीं करना चाहिये । (क्राइस्ट ऑब्जेक्ट लैसंस, 230, 231)ChsHin 273.2
हम उन आत्माओं को बचाने के लिये भी प्रयास व परिश्रम करना है जो उच्च वर्ग के ऊंचे पदों पर है। हमें उसन्हें प्रभु यीषु के उस विवाह भोज में षामिल होने के लिये अनुग्रह पूर्ण आमंत्रण देना है।ChsHin 274.1
(द सदर्न फॉर द दचर्च 15 मार्च 1904) ChsHin 274.2
परमेष्वर चाहता है कि पैसे वाले लोग भी प्रभु में अपने चरित्र को बदले और अन्य लोग तक पहुंचने में सहायक सिद्ध हो। वह चाहता है कि वे जो परिवर्तन लाने और आत्माओं के बचाये जाने में मदद कर सकते वे स्वयं परमेष्वर की सच्चाई की रौषनी को देखेगे और अपना चरित्र भी फेर देंगे और अपना धन उसकी सेवा के कार्य में लगायेंगे जो कुछ प्रभु ने उन्हें दिया है वे उसका सही काम में इस्तेमाल कर सकेंगे और उन लोगों के द्वारा प्रचार कार्य के और रास्ते खुल जायेंगे उन लोगों के लिये जो चाहे दूर रहते हो या पास। (टेस्टमनीज फॉर द दचर्च, 9:114)ChsHin 274.3
ऊँचे पद वाले लोग के समाज तक स्नेह व भाई चारे की भावना से मिलना चाहिये। वे मनुष्य जो उद्योगपति, ऊँचे पदों पर आसीन बड़े-बड़े आविश्कार करने वाले साइंस के ज्ञानी, बुद्धिमान, सुसमाचार फैलाने वाले षिक्षक, जिनके मन में वर्तमान समय की सच्चाई, बताने के लिये विचार नहीं आया है। ये वे सब है जिन्हें पहले से बुलावा आना चाहियें, इन्हें तो अवष्य निमंत्रण मिलना चाहिये। (क्राइस्ट ऑब्जेक्ट लैसंस, 230)ChsHin 274.4
उच्च वर्ग के लोग और बड़े अधिकारियों के पास सच्चाई न पहुंचाने की एक गलती हुई है। जो लोग हमारे विष्वास के नहीं है उन्हें पूरी तरह छोड़ दिया गया है। जबकि हमे उनके साथ रहकर उनके जैसा नहीं बन जाना है केवल उनमें से कुछ जो ईमानदार है, उनके लिये हमें सभी जगह जाकर सावधानी पूर्वक, बुद्धिमानी से, चतुराई से और प्रेम के साथ उनके लिये परिश्रम करना चाहिये। कुछ धन, इकटठा किया जाना चाहिये, जिससे पुरूश व महिलाओं को प्रषिक्षित किया जा सके। जो इन उच्च वर्ग लोगों के लिये चाहे वे यहाँ हैं या विदेषों में, सुसमाचार प्रचार कार्य कर सकें। (टेस्टमनीज फॉर द चर्च 5:580, 581)ChsHin 274.5